ये सब छतरियां लेकर आये हैं इसीलिए बारिश हुई है..
प्रोफेसर राजन सचदेवा जी एक बार बाबा गुरबचन सिंह जी को याद करते हुए फरमा रहे थे कि गर्मियों के दिन थे |गर्मी के दिनों में अक्सर बरसात ही याद आती है लेकिन बारिश इंसान के नियंत्रण में नहीं है |बरसात तो मालिक की कृपा से ही आती है | घटना पंजाब के किसी स्थान की है |बाबा गुरबचन सिंह जी का युग था |बाबा जी …